National Handloom Day Quiz in Hindi: भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का विशेष महत्व है। प्रतिवर्ष 7 अगस्त को मनाया जाने वाला यह अवसर हमारे कुशल बुनकर समुदाय के अमूल्य योगदान को पहचानने और हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण दिन है। इस खास मौके पर, हमने तैयार की है एक व्यापक हथकरघा दिवस क्विज, जो आपके सामान्य ज्ञान को मज़बूत बनाएगी और प्रतियोगी परीक्षाओं में आपकी तैयारी को भी बेहतर बनाएगी।
यह नेशनल हैंडलूम डे क्विज विशेष रूप से SSC, UPSC, रेलवे, बैंकिंग और अन्य सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। हमारी इस हिंदी जीके क्विज़ में 15 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल हैं, जो भारतीय हथकरघा की परंपरा, इतिहास, और समसामयिक विकास के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं।
स्वदेशी आंदोलन से जुड़े ऐतिहासिक तथ्य से लेकर आधुनिक युग की आत्मनिर्भर भारत की पहल तक, इन प्रश्नों के माध्यम से आप जानेंगे कि कैसे हथकरघा ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया और आज भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार बना हुआ है। भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्राप्त विभिन्न हथकरघा उत्पादों की जानकारी से लेकर इंडिया हैंडलूम ब्रांड जैसी सरकारी पहलों तक, यह क्विज आपको हथकरघा क्षेत्र की संपूर्ण तस्वीर प्रदान करती है।
National Handloom Day Quiz in Hindi – राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस क्विज
1. भारत में प्रतिवर्ष ‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’ कब मनाया जाता है?
Explanation:
- भारत सरकार ने देश के हथकरघा बुनकरों को सम्मानित करने और घरेलू हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 7 अगस्त को नेशनल हैंडलूम डे मनाने का निर्णय लिया।
- इस तारीख का ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि 7 अगस्त, 1905 को कलकत्ता टाउन हॉल में स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक शुरुआत हुई थी।
- इस दिवस का मुख्य लक्ष्य हथकरघा की समृद्ध विरासत को संरक्षित करना और बुनकर समुदाय की आय में वृद्धि करके उन्हें सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है।
2. भारत में प्रथम राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का आयोजन किस वर्ष और कहाँ किया गया था?
Explanation:
- भारत में पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस की शुरुआत 7 अगस्त, 2015 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने की थी। यह कार्यक्रम चेन्नई के मद्रास कॉलेज के शताब्दी सभागार में आयोजित हुआ था।
- चेन्नई को उद्घाटन स्थल के रूप में चुनना महत्वपूर्ण था क्योंकि तमिलनाडु भारत के प्रमुख हथकरघा केंद्रों में से एक है और अपनी कांजीवरम साड़ियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
- इस आयोजन की शुरुआत का उद्देश्य हथकरघा क्षेत्र के महत्व के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करना था।
3. 7 अगस्त की तारीख को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के लिए क्यों चुना गया?
Explanation:
- 7 अगस्त, 1905 को ब्रिटिश सरकार द्वारा बंगाल के विभाजन के विरोध में कलकत्ता के टाउन हॉल से स्वदेशी आंदोलन शुरू हुआ था।
- इस आंदोलन ने भारतीय नागरिकों को ब्रिटिश उत्पादों का बहिष्कार करने और देश में बने उत्पादों, विशेष रूप से खादी और हथकरघा वस्त्रों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
- इसी ऐतिहासिक घटना की स्मृति में, हथकरघा उद्योग के महत्व को रेखांकित करने के लिए 7 अगस्त को नेशनल हैंडलूम डे के रूप में चुना गया।
4. निम्नलिखित में से कौन सी योजना सीधे तौर पर भारत के हथकरघा बुनकरों के कल्याण से संबंधित नहीं है?
Explanation:
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना विशेष रूप से भारत के किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए है, इसका हथकरघा क्षेत्र से सीधा संबंध नहीं है।
- राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम (NHDP) बुनकरों को तकनीकी उन्नयन और क्लस्टर विकास में मदद करता है।
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) भी बुनकरों सहित छोटे उद्यमियों को ऋण प्रदान करके अप्रत्यक्ष रूप से मदद करती है।
5. राष्ट्रीय हथकरघा दिवस (National Handloom Day) मनाने का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
Explanation:
- इस दिवस का सर्वोपरि उद्देश्य भारत के हथकरघा बुनकर समुदाय के अमूल्य योगदान को पहचानना और उन्हें सम्मानित करना है।
- यह दिन आम जनता को भारत की समृद्ध हथकरघा विरासत के बारे में जागरूक करने और उन्हें हथकरघा उत्पाद खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने का अवसर है।
- इसका एक अन्य महत्वपूर्ण लक्ष्य हथकरघा क्षेत्र को एक स्थायी और पर्यावरण-अनुकूल उद्योग के रूप में स्थापित करना है।
6. नेशनल हैंडलूम डे का आयोजन और प्रचार-प्रसार मुख्य रूप से किस केंद्रीय मंत्रालय द्वारा किया जाता है?
Explanation:
- वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के लिए नोडल एजेंसी है। यह मंत्रालय इस दिवस से संबंधित सभी कार्यक्रमों का समन्वय करता है।
- इसका उद्देश्य देश भर में हथकरघा क्षेत्र के बारे में जागरूकता पैदा करना और बुनकरों के लिए नीतिगत ढाँचे तैयार करना है।
- मंत्रालय “इंडिया हैंडलूम ब्रांड” जैसी पहलों के माध्यम से हथकरघा उत्पादों की गुणवत्ता और प्रामाणिकता को भी बढ़ावा देता है।
7. ‘पोचमपल्ली इकत’ (Pochampally Ikat), जिसे 2004 में भौगोलिक संकेत (GI) टैग मिला, किस राज्य की प्रसिद्ध हथकरघा बुनाई शैली है?
Explanation:
- पोचमपल्ली इकत, तेलंगाना के यदाद्री भुवनगिरी जिले के भूदान पोचमपल्ली क्षेत्र की एक विश्व प्रसिद्ध हथकरघा शैली है।
- इसकी खासियत ‘इकत’ नामक टाई-एंड-डाई तकनीक है, जिसमें बुनाई से पहले धागों को रंगा जाता है।
- इसे “भारत की सिल्क सिटी” के रूप में भी जाना जाता है और इसका भौगोलिक संकेत (GI) टैग इसकी अनूठी पहचान को सुरक्षित रखता है।
8. भारतीय हथकरघा उत्पादों की प्रामाणिकता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए प्रमाणन चिह्न का क्या नाम है?
Explanation:
- इंडिया हैंडलूम ब्रांड (IHB) की शुरुआत 7 अगस्त 2015 को पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर की गई थी।
- यह चिह्न ग्राहकों को उत्पाद की प्रामाणिकता, गुणवत्ता और सामाजिक-पर्यावरणीय अनुपालन का आश्वासन देता है।
- इस ब्रांडिंग से बुनकरों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलती है।
9. ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसे अभियानों ने किस प्रकार भारतीय हथकरघा क्षेत्र को विशेष रूप से बढ़ावा दिया है?
Explanation:
- ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियानों ने नागरिकों को भारत में बने उत्पाद, विशेषकर स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित वस्तुओं को खरीदने के लिए प्रेरित किया है।
- इससे भारतीय हथकरघा उत्पादों की घरेलू मांग में वृद्धि हुई है, जिससे सीधे तौर पर बुनकरों की आय और आजीविका को समर्थन मिला है।
- यह अभियान भारतीय शिल्प और विरासत में गर्व की भावना को पुनर्जीवित करता है।
10. हथकरघा (Handloom) और पावरलूम (Powerloom) के बीच मुख्य तकनीकी अंतर क्या है?
Explanation:
- मुख्य अंतर ऊर्जा के स्रोत में है। हथकरघा पूरी तरह से मानव श्रम द्वारा संचालित होता है; इसमें किसी भी प्रकार की विद्युत ऊर्जा का उपयोग नहीं होता है।
- इसके विपरीत, पावरलूम बिजली से चलने वाली एक मशीन है, जो कपड़े का उत्पादन बहुत तेजी से करती है।
- हथकरघा वस्त्रों में एक अनूठी बनावट, कोमलता और मामूली भिन्नता होती है जो उन्हें खास बनाती है।
11. ‘मुगा सिल्क’ (Muga Silk), जो अपनी अनूठी सुनहरी चमक और टिकाऊपन के लिए विश्वविख्यात है, विशेष रूप से भारत के किस राज्य का एक भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्राप्त उत्पाद है?
Explanation:
- मुगा सिल्क, जिसे “गोल्डन सिल्क” भी कहा जाता है, एक बेहद दुर्लभ और कीमती रेशम है जो केवल भारत के असम राज्य में ही पाया जाता है।
- यह अपनी प्राकृतिक सुनहरी-पीली आभा, असाधारण मजबूती और लंबे समय तक चलने वाले गुणों के लिए प्रसिद्ध है।
- असम की पारंपरिक वेशभूषा, जैसे ‘मेखेला चादर’, के निर्माण में मुगा सिल्क का प्रमुखता से उपयोग होता है।
12. राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम (NHDP) के तहत, बुनकरों को संगठित कर उन्हें सामूहिक लाभ पहुँचाने के लिए किस दृष्टिकोण को अपनाया गया है?
Explanation:
- क्लस्टर विकास दृष्टिकोण के अंतर्गत, एक विशेष भौगोलिक क्षेत्र में काम करने वाले बुनकरों को समूहों यानी ‘क्लस्टरों’ में संगठित किया जाता है।
- इस मॉडल के माध्यम से, बुनकरों को सामान्य सुविधा केंद्र, नए करघे व उपकरण, कौशल विकास प्रशिक्षण और समकालीन डिजाइन के विकास जैसी सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं।
- यह दृष्टिकोण बुनकरों को कच्चे माल की थोक खरीद, अपने उत्पादों के बेहतर विपणन में मदद करता है।
13. वर्ष 2023 में आयोजित 9वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का आधिकारिक विषय (Theme) क्या था?
Explanation:
- वर्ष 2023 में 9वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस की थीम “सतत फैशन के लिए हथकरघा” थी, जिसका उद्देश्य हथकरघा को एक पर्यावरण-अनुकूल और टिकाऊ वस्त्र विकल्प के रूप में स्थापित करना था।
- यह विषय इस तथ्य पर प्रकाश डालता है कि हथकरघा उत्पादन प्रक्रिया में न्यूनतम बिजली और पानी का उपयोग होता है।
- इस थीम के माध्यम से, सरकार और फैशन उद्योग ने मिलकर उपभोक्ताओं को हथकरघा अपनाने के लिए प्रेरित किया।
14. हथकरघा बुनकरों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाली ‘हथकरघा बुनकर व्यापक कल्याण योजना’ (HWCWS) में निम्नलिखित में से कौन सा लाभ शामिल नहीं है?
Explanation:
- कृषि के लिए फसल ऋण विशेष रूप से किसानों के लिए होता है और इसका ‘हथकरघा बुनकर व्यापक कल्याण योजना’ (HWCWS) से कोई सीधा संबंध नहीं है।
- HWCWS एक एकीकृत सामाजिक सुरक्षा योजना है जो प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के माध्यम से हथकरघा बुनकरों को जीवन और दुर्घटना बीमा कवर प्रदान करती है।
- इस योजना के तहत बुनकरों के बच्चों की शिक्षा को भी समर्थन दिया जाता है।
15. भारतीय अर्थव्यवस्था में हथकरघा क्षेत्र की भूमिका के संबंध में सबसे सटीक कथन कौन सा है?
Explanation:
- हथकरघा क्षेत्र भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। यह कृषि क्षेत्र के बाद, विशेषकर महिलाओं के लिए, ग्रामीण भारत में रोजगार का दूसरा सबसे बड़ा प्रदाता है।
- यह क्षेत्र कम पूंजी निवेश पर बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है और साथ ही भारत की अमूल्य सांस्कृतिक एवं कलात्मक विरासत को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह उद्योग सीधे तौर पर लाखों बुनकरों और इससे जुड़े अन्य श्रमिकों को आजीविका प्रदान करता है।
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इस राष्ट्रीय हथकरघा दिवस क्विज के माध्यम से हमने भारतीय हथकरघा की विविधता और महत्व को समझने की कोशिश की है। यह प्रतियोगी परीक्षा क्विज न केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करती है, बल्कि आपको भारत की समृद्ध कलात्मक परंपरा से भी परिचित कराती है। मुगा सिल्क से लेकर पोचमपल्ली इकत तक, प्रत्येक हथकरघा उत्पाद अनगिनत कारीगरों की मेहनत और कुशलता का प्रतीक है।
आज के युग में जब सतत फैशन और पर्यावरण संरक्षण की बात हो रही है, हथकरघा उद्योग एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करता है। क्लस्टर विकास दृष्टिकोण और हथकरघा बुनकर कल्याण योजना जैसी सरकारी पहलों के माध्यम से न केवल इस परंपरागत उद्योग को संरक्षित किया जा रहा है, बल्कि इसे आधुनिक बाजार की आवश्यकताओं के अनुकूल भी बनाया जा रहा है।
वोकल फॉर लोकल की भावना के साथ, हम सभी का दायित्व है कि हम अपने देशी उत्पादों को अपनाएं और हथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित करें। यह हिंदी सामान्य ज्ञान क्विज (National Handloom Day Quiz) आपको केवल परीक्षा की तैयारी में ही सहायक नहीं होगी, बल्कि एक जागरूक नागरिक बनने में भी मदद करेगी।
हमारी आशा है कि इन MCQ प्रश्नों के माध्यम से आपने न केवल अपने ज्ञान का विस्तार किया है, बल्कि भारतीय हथकरघा के प्रति गर्व की भावना भी विकसित की है। आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में इस तरह के प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं, इसलिए इन तथ्यों को याद रखना आपकी सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा।
अंत में, राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 2025 केवल एक तारीख नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा के प्रति समर्पण का प्रतीक है। आइए, हम सभी मिलकर इस अनमोल विरासत को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें और मेक इन इंडिया की भावना को साकार करें।