World Sanskrit Day Quiz in Hindi: भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर में संस्कृत भाषा का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रत्येक वर्ष श्रावण पूर्णिमा के पावन अवसर पर विश्व संस्कृत दिवस मनाया जाता है, जो हमारी प्राचीन भारतीय भाषा की गरिमा को उजागर करता है। यह दिन रक्षाबंधन के त्योहार के साथ मिलकर भारतीय परंपराओं की एकता को दर्शाता है।
आज के इस डिजिटल युग में जब तकनीकी भाषाओं का बोलबाला है, ऐसे में देव वाणी के नाम से प्रसिद्ध संस्कृत भाषा के प्रति युवाओं में जागरूकता बढ़ाना अत्यावश्यक हो गया है। इस लेख में हमने विश्व संस्कृत दिवस पर आधारित 20 चुनिंदा प्रश्न तैयार किए हैं जो SSC, UPSC तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मददगार साबित होंगे।
यह क्विज (World Sanskrit Day Quiz) विशेष रूप से उन अभ्यर्थियों के लिए उपयोगी है जो भारतीय इतिहास, संस्कृति और भाषा विज्ञान के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने की सोच रहे हैं। आइए जानते हैं कि यह अनूठा दिन क्यों मनाया जाता है और इसका क्या महत्व है।
विश्व संस्कृत दिवस का इतिहास
विश्व संस्कृत दिवस की शुरुआत का इतिहास भारत सरकार के दूरदर्शी निर्णयों से जुड़ा हुआ है। सन् 1969 में भारत के शिक्षा मंत्रालय ने पहली बार इस दिन को मनाने की आधिकारिक घोषणा की थी। यह निर्णय उस समय की बदलती परिस्थितियों में संस्कृत भाषा के संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए लिया गया था।
इस ऐतिहासिक कदम के पीछे मुख्य उद्देश्य था प्राचीन भारतीय भाषा संस्कृत के प्रति लोगों में रुचि जगाना और इसकी महत्ता को उजागर करना। 1969 से लेकर आज तक यह दिन निरंतर मनाया जा रहा है और प्रत्येक वर्ष इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।
आचार्य पाणिनि द्वारा रचित ‘अष्टाध्यायी‘ से लेकर महाकवि कालिदास की कालजयी रचनाओं तक, संस्कृत साहित्य की परंपरा हजारों वर्षों से अविरल चली आ रही है। वैदिक संस्कृति की यह अमूल्य धरोहर न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी अध्ययन का विषय बनी हुई है।
समय के साथ इस दिन का स्वरूप भी बदलता गया है। आज विभिन्न राज्य सरकारों ने संस्कृत को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया है। उत्तराखंड (2010), हिमाचल प्रदेश (2019) और राजस्थान (2023) जैसे राज्यों के इस निर्णय से संस्कृत पुनरुत्थान की दिशा में एक नया अध्याय शुरू हुआ है।
भारत की स्वतंत्रता के बाद संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अनेक संस्थानों की स्थापना हुई। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से लेकर राज्य स्तर के संस्कृत महाविद्यालयों तक, शिक्षा के क्षेत्र में इसका व्यापक विस्तार हुआ है।
World Sanskrit Day Quiz in Hindi – विश्व संस्कृत दिवस क्विज
1. विश्व संस्कृत दिवस कब मनाया जाता है?
Explanation:
- श्रावण पूर्णिमा का महत्व: संस्कृत दिवस श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो रक्षाबंधन के दिन भी आता है। यह तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार अत्यंत शुभ मानी जाती है।
- द्विगुणा उत्सव: इस दिन रक्षाबंधन और संस्कृत दिवस दोनों एक साथ मनाए जाते हैं, जिससे भारतीय संस्कृति की समृद्धता का पता चलता है।
- वैदिक परंपरा: प्राचीन काल से ही श्रावण पूर्णिमा को शिक्षा और ज्ञान से जुड़े कार्यक्रमों के लिए उत्तम माना गया है।
2. संस्कृत भाषा को किस नाम से भी जाना जाता है?
Explanation:
- देवताओं की भाषा: संस्कृत को ‘देव वाणी’ कहा जाता है क्योंकि यह देवताओं की भाषा मानी जाती है। सभी वैदिक मंत्र और श्लोक इसी भाषा में लिखे गए हैं।
- शुद्धता का प्रतीक: ‘संस्कृत’ शब्द का अर्थ ही ‘परिष्कृत’ या ‘शुद्ध’ होता है, जो इसकी पवित्रता को दर्शाता है।
- धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म के सभी पवित्र ग्रंथ जैसे वेद, उपनिषद, गीता आदि संस्कृत में ही लिखे गए हैं।
3. संस्कृत व्याकरण के महान आचार्य कौन थे?
Explanation:
- अष्टाध्यायी के रचयिता: आचार्य पाणिनि ने ‘अष्टाध्यायी’ नामक ग्रंथ की रचना की, जो संस्कृत व्याकरण का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है।
- व्याकरण के जनक: पाणिनि को विश्व का पहला व्याकरणाचार्य माना जाता है। उनके नियम आज भी संस्कृत भाषा की आधारशिला हैं।
- वैज्ञानिक पद्धति: उन्होंने संस्कृत व्याकरण को एक वैज्ञानिक आधार दिया और भाषा के नियमों को व्यवस्थित रूप प्रदान किया।
4. भारत में विश्व संस्कृत दिवस कब से मनाया जा रहा है?
Explanation:
- सरकारी मान्यता: भारत सरकार ने 1969 में औपचारिक रूप से विश्व संस्कृत दिवस मनाने की घोषणा की थी।
- संस्कृत संवर्धन: इस निर्णय का उद्देश्य प्राचीन भारतीय भाषा संस्कृत के महत्व को बढ़ावा देना और इसके प्रचार-प्रसार को प्रोत्साहित करना था।
- शैक्षणिक प्रोत्साहन: इससे देश भर में संस्कृत शिक्षा और अनुसंधान को नई दिशा मिली और विभिन्न संस्थानों में संस्कृत अध्ययन को बढ़ावा मिला।
5. संस्कृत भाषा में कितने स्वर होते हैं?
Explanation:
- स्वरों की संख्या: संस्कृत वर्णमाला में कुल 13 स्वर होते हैं – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ॠ, ऌ, ॡ, ए, ऐ, ओ, औ।
- ह्रस्व और दीर्घ: इनमें से कुछ ह्रस्व (छोटे) और कुछ दीर्घ (लंबे) स्वर हैं जो उच्चारण में अंतर लाते हैं।
- वैज्ञानिक व्यवस्था: संस्कृत की यह स्वर व्यवस्था अत्यंत वैज्ञानिक है और इसका प्रभाव अन्य भारतीय भाषाओं पर भी दिखता है।
6. कौन सा वेद संस्कृत साहित्य का सबसे प्राचीन ग्रंथ माना जाता है?
Explanation:
- प्राचीनतम ग्रंथ: ऋग्वेद को विश्व का सबसे प्राचीन धार्मिक ग्रंथ माना जाता है, जो लगभग 3500 वर्ष पुराना है।
- मंत्रों का संकलन: इसमें 1028 सूक्त और 10,600 मंत्र हैं जो देवताओं की स्तुति में रचे गए हैं।
- भाषा की शुद्धता: ऋग्वेद की संस्कृत भाषा अत्यंत शुद्ध और प्राचीन है, जो वैदिक संस्कृति की आधारशिला मानी जाती है।
7. संस्कृत भाषा की लिपि क्या है?
Explanation:
- मानक लिपि: वर्तमान में संस्कृत भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है, जो हिंदी की भी लिपि है।
- ऐतिहासिक विकास: प्राचीन काल में संस्कृत ब्राह्मी लिपि में लिखी जाती थी, लेकिन समय के साथ देवनागरी का प्रयोग बढ़ता गया।
- सुंदर और स्पष्ट: देवनागरी लिपि अत्यंत सुंदर और स्पष्ट है, जिससे संस्कृत के मंत्रों और श्लोकों को पढ़ना आसान हो जाता है।
8. महाकवि कालिदास द्वारा रचित प्रसिद्ध नाटक कौन सा है?
Explanation:
- विश्वप्रसिद्ध कृति: ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’ कालिदास की सबसे प्रसिद्ध रचना है, जिसे विश्व साहित्य की उत्कृष्ट कृति माना जाता है।
- प्रेम कहानी: यह राजा दुष्यंत और शकुंतला की प्रेम कहानी है, जो भारतीय संस्कृति के मूल्यों को दर्शाती है।
- भाषा की मधुरता: कालिदास की भाषा अत्यंत मधुर और काव्यमय है, जिससे उन्हें ‘कविकुलगुरु’ की उपाधि मिली है।
9. संस्कृत भाषा में ‘नमस्ते’ का क्या अर्थ है?
Explanation:
- शब्द विश्लेषण: ‘नमस्ते’ दो शब्दों से मिलकर बना है – ‘नमः’ (प्रणाम) + ‘ते’ (आपको), अर्थात् ‘आपको प्रणाम’।
- सांस्कृतिक महत्व: यह भारतीय संस्कृति का सबसे प्रचलित अभिवादन है, जो आदर और सम्मान का प्रतीक है।
- आध्यात्मिक भाव: नमस्ते में यह भावना निहित है कि ‘मेरे अंदर का देवत्व आपके अंदर के देवत्व को प्रणाम करता है’।
10. भारत के किस राज्य की द्वितीय राजभाषा संस्कृत है?
Explanation:
- संवैधानिक मान्यता: उत्तराखंड (2010), हिमाचल प्रदेश (2019) और राजस्थान (2023) ने संस्कृत को अपनी द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया है।
- भाषा संरक्षण: इन राज्यों का यह निर्णय प्राचीन भारतीय भाषा के संरक्षण और प्रोत्साहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- शैक्षणिक प्रभाव: इससे इन राज्यों में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा मिला है और सरकारी कामकाज में भी इसका प्रयोग बढ़ रहा है।
11. विश्व संस्कृत दिवस पहली बार कब मनाया गया था?
Explanation:
- ऐतिहासिक शुरुआत: भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने 1969 में पहली बार विश्व संस्कृत दिवस मनाने के निर्देश जारी किए थे।
- सरकारी पहल: यह निर्णय केंद्र और राज्य स्तर पर संस्कृत भाषा के संवर्धन के लिए लिया गया था।
- महत्वपूर्ण वर्ष: 1969 का साल संस्कृत भाषा के आधुनिक पुनरुत्थान में एक मील का पत्थर माना जाता है।
12. 2025 में विश्व संस्कृत दिवस कब मनाया जाएगा?
Explanation:
- श्रावण पूर्णिमा तिथि: 2025 में श्रावण पूर्णिमा 9 अगस्त को पड़ रही है, इसलिए इसी दिन संस्कृत दिवस मनाया जाएगा।
- चांद्र कैलेंडर: यह तिथि हिंदू चांद्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होती है, जो हर साल बदलती रहती है। गुजरात सरकार ने भी 9 अगस्त को संस्कृत दिवस के रूप में घोषित किया है। [Source: पंजाब केसरी]
- रक्षाबंधन का दिन: यह दिन रक्षाबंधन के त्योहार के साथ मेल खाता है, क्योंकि दोनों श्रावण पूर्णिमा को मनाए जाते हैं।
13. विश्व संस्कृत दिवस 2024 की थीम क्या थी?
Explanation:
- थीम का महत्व: 2024 में ‘वैदिक धरोहर और परंपरा’ (Vedic Heritage & Tradition) को थीम के रूप में चुना गया था।
- सांस्कृतिक संदेश: यह थीम भारत की प्राचीन वैदिक परंपराओं और संस्कृत की समृद्ध धरोहर को उजागर करती है।
- व्यापक उत्सव: इस थीम के तहत पूरे सप्ताह (19-25 अगस्त) तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।
14. संस्कृत दिवस कौन से हिंदू महीने में मनाया जाता है?
Explanation:
- श्रावण मास का महत्व: संस्कृत दिवस श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना है।
- मानसून का समय: श्रावण मास मानसून का समय होता है, जो शिक्षा और ज्ञान के लिए शुभ माना जाता है।
- धार्मिक परंपरा: इस महीने में अनेक धार्मिक त्योहार मनाए जाते हैं और संस्कृत अध्ययन को विशेष महत्व दिया जाता है।
15. विश्व की पहली संस्कृत सम्मेलन कहाँ आयोजित हुई थी?
Explanation:
- प्रथम सम्मेलन: प्रथम विश्व संस्कृत सम्मेलन (World Sanskrit Conference) 1972 में नई दिल्ली में आयोजित हुआ था।
- विद्वानों का सम्मेलन: इस सम्मेलन में दुनिया भर के संस्कृत विद्वान और विशेषज्ञ शामिल हुए थे।
- यह सम्मेलन भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय और केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित किया गया।
16. 2025 में विश्व संस्कृत दिवस की संभावित थीम क्या हो सकती है?
Explanation:
- थीम की घोषणा: World Sanskrit Day 2025 की आधिकारिक थीम अभी तक शिक्षा मंत्रालय या संबंधित सांस्कृतिक प्राधिकरणों द्वारा घोषित नहीं की गई है।
- कैलिफोर्निया स्थित एक संस्कृत संस्थान “संस्कृत-आशा-एकता” (Sanskrit-hope-unity) की थीम पर एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। [Source: www.anandaashram.org]
- इसके अलावा गुजरात सरकार ने 6 से 8 अगस्त, 2025 तक तीन दिवसीय कार्यक्रम की योजना बनाई है, जिसमें संस्कृत गौरव यात्रा, संस्कृत संभाषण दिवस, और संस्कृत साहित्य दिवस जैसे विषय शामिल हैं।
17. संस्कृत दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
Explanation:
- भाषा संवर्धन: इस दिन का मुख्य उद्देश्य संस्कृत भाषा की महत्ता और उपयोगिता को उजागर करना है।
- शैक्षणिक प्रोत्साहन: संस्कृत के अध्ययन और अनुसंधान को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी में रुचि जगाना।
- सांस्कृतिक जागरूकता: भारतीय संस्कृति की समृद्धि को दिखाना और इसके योगदान को मान्यता दिलाना।
18. विश्व संस्कृत दिवस किस प्रसिद्ध त्योहार के साथ मनाया जाता है?
Explanation:
- एक ही तिथि: संस्कृत दिवस (Vishva Sanskrit Diwas) श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो रक्षाबंधन का भी दिन होता है।
- पारस्परिक संबंध: दोनों त्योहार भाई-बहन के प्रेम और भारतीय संस्कृति की समृद्धता को दर्शाते हैं।
- सांस्कृतिक एकता: इससे भारतीय परंपराओं में भाषा और रिश्तों का गहरा संबंध दिखता है।
19. पाणिनि की कृति ‘अष्टाध्यायी’ में कितने अध्याय हैं?
Explanation:
- नाम का अर्थ: ‘अष्टाध्यायी’ का अर्थ ही ‘आठ अध्याय’ होता है, जिससे स्पष्ट होता है कि इसमें 8 अध्याय हैं।
- व्याकरण का आधार: ये आठ अध्याय संस्कृत व्याकरण के सभी नियमों को व्यवस्थित तरीके से प्रस्तुत करते हैं।
- वैज्ञानिक पद्धति: पाणिनि ने इन आठ अध्यायों में संस्कृत भाषा की संपूर्ण व्याकरण व्यवस्था को समाहित किया है।
20. भारत में संस्कृत को द्वितीय राजभाषा का दर्जा देने वाला पहला राज्य कौन सा था?
Explanation:
- प्रथम राज्य: उत्तराखंड ने 2010 में संस्कृत को अपनी द्वितीय राजभाषा बनाने की घोषणा की थी।
- अनुक्रम: इसके बाद हिमाचल प्रदेश (2019) और राजस्थान (2023) ने भी यह कदम उठाया।
- भाषा संरक्षण: यह निर्णय प्राचीन भारतीय भाषा के संरक्षण और प्रोत्साहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
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धन्यवाद🙏 , संसकृत के ज्ञानवर्धन के लिए।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद! 🙏
संस्कृत हमारी अमूल्य धरोहर है। खुशी है कि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी। ऐसे ही साथ बने रहें और अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें! 😊
धन्यवाद संस्कृत के ज्ञानवर्धक के लिए
बहुत धन्यवाद! 🙏
आपका प्रोत्साहन ही हमारी प्रेरणा है। ऐसे ही साथ बने रहें! 😊