भारत का स्वतंत्रता संग्राम एक ऐसा प्रेरणादायक अध्याय है, जिसने न केवल भारत को आजादी दिलाई, बल्कि विश्व स्तर पर अहिंसा और जनशक्ति का परचम लहराया। SSC, UPSC, और अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम क्विज (Indian Freedom Struggle Quiz) सामान्य ज्ञान (GK) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
चाहे वह दांडी नमक मार्च हो, जलियांवाला बाग हत्याकांड हो, या सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज का योगदान हो, ये सभी घटनाएं और व्यक्तित्व प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार पूछे जाते हैं। इस ब्लॉग में हम आपके लिए हिंदी में GK प्रश्न लेकर आए हैं, जिसमें 15 MCQs शामिल हैं, जो विशेष रूप से SSC, UPSC, Railway, और Banking जैसी परीक्षाओं के लिए तैयार किए गए हैं।
ये प्रश्न चंपारण सत्याग्रह, रॉलेट एक्ट, स्वराज पार्टी, पूर्ण स्वराज, और लाहौर अधिवेशन जैसे ऐतिहासिक टॉपिक्स को कवर करते हैं। यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम क्विज आपकी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को बूस्ट करेगा और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गौरवशाली योगदान को और करीब से जानने का मौका देगा। तो आइए, इन प्रश्नों को हल करें और अपने ज्ञान को परखें!
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम क्विज (Indian Freedom Struggle Quiz in Hindi)
1. भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत किस वर्ष में हुई थी?
Explanation:
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: भारत छोड़ो आंदोलन, जिसे अगस्त क्रांति भी कहते हैं, 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने शुरू किया था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन को भारत से खत्म करना था। गांधीजी ने “करो या मरो” का नारा दिया, जिसने देशभर में आज़ादी की लहर फैला दी।
- उद्देश्य: इस आंदोलन का मुख्य लक्ष्य भारत से ब्रिटिश शासकों को तत्काल बाहर करने की मांग करना था, जो द्वितीय विश्व युद्ध के समय भारत की स्वतंत्रता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था।
- प्रभाव: इस आंदोलन ने देशभर में व्यापक जनभागीदारी देखी, जिसमें युवा, किसान और मजदूर शामिल थे, और इसने स्वतंत्रता संग्राम को नई गति प्रदान की।
2. नमक सत्याग्रह (दांडी मार्च) का नेतृत्व किसने किया था?
Explanation:
- घटना का विवरण: नमक सत्याग्रह, जिसे दांडी मार्च भी कहा जाता है, 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी के नेतृत्व में शुरू हुआ था। यह ब्रिटिश नमक कानून के खिलाफ एक अहिंसक आंदोलन था।
- प्रतीकात्मक महत्व: गांधी ने दांडी में समुद्र के पानी से नमक बनाकर ब्रिटिश नमक एकाधिकार को चुनौती दी, जो स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया।
- राष्ट्रीय प्रभाव: इस आंदोलन ने लाखों भारतीयों को प्रेरित किया और सविनय अवज्ञा आंदोलन को मजबूती प्रदान की, जिसने ब्रिटिश शासन को कमजोर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
3. स्वराज पार्टी की स्थापना कब और किसके द्वारा की गई थी?
Explanation:
- स्थापना का उद्देश्य: स्वराज पार्टी की स्थापना 1923 में चित्तरंजन दास और मोतीलाल नेहरू द्वारा की गई थी, ताकि विधानसभाओं में प्रवेश करके ब्रिटिश शासन के खिलाफ “अंदर से” संघर्ष किया जा सके।
- पृष्ठभूमि: यह पार्टी असहयोग आंदोलन के स्थगन के बाद उन कांग्रेसी नेताओं द्वारा बनाई गई थी, जो विधायी परिषदों में भाग लेकर स्वराज की मांग को आगे बढ़ाना चाहते थे।
- प्रभाव: स्वराज पार्टी ने कई प्रांतीय चुनावों में भाग लिया और ब्रिटिश नीतियों का विरोध करके स्वतंत्रता संग्राम में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
4. जलियांवाला बाग हत्याकांड कब और कहां हुआ था?
Explanation:
- घटना का विवरण: जलियांवाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल 1919 को पंजाब के अमृतसर में हुआ, जब ब्रिगेडियर जनरल रेजिनाल्ड डायर ने निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी का आदेश दिया।
- कारण: यह हत्याकांड रॉलेट एक्ट के विरोध में आयोजित एक शांतिपूर्ण सभा के दौरान हुआ, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल हुए।
- प्रभाव: इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश फैलाया और स्वतंत्रता संग्राम को और तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके परिणामस्वरूप राष्ट्रीय जागरूकता बढ़ी।
5. सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत किस घटना से मानी जाती है?
Explanation:
- प्रारंभिक घटना: सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत 1930 में महात्मा गांधी के दांडी नमक मार्च से मानी जाती है, जो ब्रिटिश नमक कानून के खिलाफ एक अहिंसक विरोध था।
- उद्देश्य: इस आंदोलन का लक्ष्य ब्रिटिश कानूनों का अहिंसक तरीके से उल्लंघन करना था, ताकि भारत में स्वशासन की मांग को बल मिले।
- वैश्विक प्रभाव: इस आंदोलन ने न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी ध्यान आकर्षित किया और स्वतंत्रता संग्राम में जनभागीदारी को बढ़ाया।
6. असहयोग आंदोलन की शुरुआत किस वर्ष में हुई थी?
Explanation:
- प्रारंभिक पृष्ठभूमि: असहयोग आंदोलन की शुरुआत 1920 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुई थी, जो रॉलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोध में शुरू किया गया था।
- उद्देश्य: इस आंदोलन का लक्ष्य ब्रिटिश सरकार के साथ किसी भी प्रकार का सहयोग न करना था, जैसे कि सरकारी नौकरियों, स्कूलों और अदालतों का बहिष्कार करना।
- प्रभाव: इस आंदोलन ने स्वदेशी और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया, जिसने राष्ट्रीय चेतना को जागृत किया और स्वतंत्रता संग्राम को जन आंदोलन का रूप दिया।
7. चंपारण सत्याग्रह किसके खिलाफ और कब शुरू हुआ था?
Explanation:
- घटना का विवरण: चंपारण सत्याग्रह 1917 में बिहार के चंपारण जिले में महात्मा गांधी के नेतृत्व में शुरू हुआ, जो नील की खेती के तहत किसानों के शोषण के खिलाफ था।
- पृष्ठभूमि: ब्रिटिश जमींदार किसानों को जबरन नील की खेती करने के लिए मजबूर करते थे, जिसके कारण किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा था।
- महत्व: यह भारत में गांधीजी का पहला बड़ा सत्याग्रह था, जिसने अहिंसक प्रतिरोध की शक्ति को प्रदर्शित किया और स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका को स्थापित किया।
8. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किसने की थी?
Explanation:
- स्थापना का समय: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को एलन ऑक्टेवियन ह्यूम द्वारा बंबई (अब मुंबई) में की गई थी।
- उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य भारतीयों को एक मंच प्रदान करना था, जहां वे ब्रिटिश सरकार के सामने अपनी मांगें रख सकें और सुधारों की वकालत कर सकें।
- विकास: समय के साथ, कांग्रेस स्वतंत्रता संग्राम का प्रमुख संगठन बन गया, जिसमें गांधी, नेहरू और अन्य नेताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
9. साइमन कमीशन का भारत में विरोध क्यों किया गया था?
Explanation:
- साइमन कमीशन का गठन: साइमन कमीशन 1927 में ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में संवैधानिक सुधारों की समीक्षा के लिए गठित किया गया था, लेकिन इसमें कोई भारतीय सदस्य शामिल नहीं था।
- विरोध का कारण: भारतीय नेताओं ने इसे “सफेद कमीशन” कहकर इसका विरोध किया, क्योंकि यह भारतीयों की भावनाओं और मांगों को अनदेखा करता था।
- प्रभाव: कमीशन के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन हुए, जिसमें लाला लाजपत राय की मृत्यु ने स्वतंत्रता संग्राम को और उग्र कर दिया।
10. “इंकलाब जिंदाबाद” का नारा किस स्वतंत्रता सेनानी से जुड़ा है?
Explanation:
- नारे का उद्गम: “इंकलाब जिंदाबाद” का नारा 1921 में मौलाना हसरत मोहानी ने दिया था, जिसे बाद में भगत सिंह और उनके साथियों ने लोकप्रिय बनाया।
- प्रतीकात्मक महत्व: इस नारे का अर्थ है “क्रांति अमर रहे” और यह स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी विचारधारा और बदलाव की आकांक्षा का प्रतीक बन गया।
- प्रभाव: भगत सिंह की शहादत और उनके नारों ने युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और क्रांतिकारी आंदोलन को मजबूती दी।
11. आजाद हिंद फौज (INA) की स्थापना किसने की थी?
Explanation:
- स्थापना: 1942 में कैप्टन मोहन सिंह ने सिंगापुर में आजाद हिंद फौज की नींव रखी, जिसका मकसद था हथियारों के दम पर भारत को अंग्रेजों से आजाद कराना।
- पहला नेतृत्व: रास बिहारी बोस इसके पहले अध्यक्ष बने, जिन्होंने फौज को संगठित करने और मजबूत बनाने के लिए खूब मेहनत की।
- प्रसिद्धि: 1943 में सुभाष चंद्र बोस ने नेतृत्व संभाला और “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा” नारे के साथ इसे वैश्विक पहचान दिलाई।
12. रॉलेट एक्ट कब लागू किया गया था, जिसके विरोध में जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ?
Explanation:
- रॉलेट एक्ट का परिचय: रॉलेट एक्ट 1919 में ब्रिटिश सरकार द्वारा लागू किया गया था, जिसे “काला कानून” कहा जाता था, क्योंकि यह बिना मुकदमा चलाए किसी को भी गिरफ्तार करने की अनुमति देता था।
- विरोध का कारण: इस कानून ने भारतीयों के नागरिक अधिकारों का हनन किया, जिसके विरोध में देशभर में प्रदर्शन हुए, विशेष रूप से जलियांवाला बाग में 13 अप्रैल 1919 को।
- परिणाम: जलियांवाला बाग हत्याकांड ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ जन आक्रोश को बढ़ाया और स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ लाया।
13. “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है” का नारा किसने दिया था?
Explanation:
- नारे का उद्गम: यह शक्तिशाली नारा बाल गंगाधर तिलक ने दिया था, जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे। यह नारा ब्रिटिश शासन से मुक्ति की चाह रखने वाले भारतीयों के लिए एक rallying cry (एकजुट करने वाली पुकार) बन गया और इसने स्वशासन के अधिकार पर जोर दिया।
- प्रसंग: तिलक ने इस नारे के माध्यम से पूर्ण स्वशासन की मांग को प्रबल किया, जिसने भारतीयों में स्वतंत्रता की भावना को जागृत किया।
- महत्व: यह नारा स्वतंत्रता संग्राम के शुरुआती दौर में उग्रवादी विचारधारा का प्रतीक बना और युवाओं को प्रेरित किया।
14. खेड़ा सत्याग्रह किस वर्ष और किस मुद्दे पर शुरू हुआ था?
Explanation:
- घटना का विवरण: खेड़ा सत्याग्रह 1918 में गुजरात के खेड़ा जिले में महात्मा गांधी के नेतृत्व में शुरू हुआ, जब किसानों ने सूखे के कारण लगान माफी की मांग की।
- पृष्ठभूमि: ब्रिटिश प्रशासन ने सूखे के बावजूद किसानों से पूर्ण कर वसूलने की मांग की, जिसके खिलाफ गांधी ने अहिंसक प्रतिरोध का आह्वान किया।
- परिणाम: इस सत्याग्रह ने किसानों को आंशिक राहत दिलाई और गांधी के नेतृत्व को ग्रामीण भारत में स्थापित किया।
15. लाहौर अधिवेशन (1929) में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने क्या प्रस्ताव पारित किया था?
Explanation:
- अधिवेशन का विवरण: 1929 में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में, जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में “पूर्ण स्वराज” (पूर्ण स्वतंत्रता) की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया।
- महत्व: इस प्रस्ताव ने डोमिनियन स्टेटस की मांग को त्याग दिया और पूर्ण स्वतंत्रता को कांग्रेस का आधिकारिक लक्ष्य बनाया।
- परिणाम: 26 जनवरी 1930 को “स्वतंत्रता दिवस” के रूप में मनाया गया, जिसने सविनय अवज्ञा आंदोलन की नींव रखी।
क्विज रिजल्ट
आपका स्कोर: 0 / 15
ये भी पढ़े:
यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम क्विज न केवल आपकी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को मजबूत करता है, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के उन ऐतिहासिक पलों को भी जीवंत करता है, जिन्होंने देश को आजादी का मार्ग दिखाया। दांडी नमक मार्च, जलियांवाला बाग हत्याकांड, इंकलाब जिंदाबाद का जोशीला नारा, और लाहौर अधिवेशन जैसे टॉपिक्स पर बने ये प्रश्न SSC, UPSC, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गेम-चेंजर साबित होंगे।
इस क्विज को हल करके आप न केवल अपनी जानकारी को परख सकते हैं, बल्कि चंपारण सत्याग्रह, स्वराज पार्टी, और आजाद हिंद फौज जैसे महत्वपूर्ण आंदोलनों के बारे में गहराई से समझ सकते हैं। अगर आप अपनी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं, तो इस क्विज को बार-बार हल करें और अपने दोस्तों के साथ साझा करें। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और इसके नेताओं की विरासत को जानें और अपनी सफलता की कहानी लिखें!