National Education Day Quiz in Hindi: भारत में प्रत्येक वर्ष 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। यह दिन हमारे देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के उपलक्ष्य में समर्पित है। मौलाना आज़ाद केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि एक दूरदर्शी शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे जिन्होंने आधुनिक भारतीय शिक्षा प्रणाली की नींव रखी।
आज के समय में जब प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, UPSC, बैंकिंग और राज्य स्तरीय परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान का महत्व लगातार बढ़ रहा है, राष्ट्रीय शिक्षा दिवस से संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं। इसीलिए हमने आपके लिए यह विशेष राष्ट्रीय शिक्षा दिवस क्विज तैयार की है जिसमें 10 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल हैं।
इस क्विज का उद्देश्य न केवल आपकी परीक्षा की तैयारी को मजबूत करना है, बल्कि मौलाना आज़ाद के अमूल्य योगदान को समझना और उनकी शिक्षा दर्शन से प्रेरणा लेना भी है। 2008 में जब पहली बार राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाने की घोषणा हुई, तब से यह दिन हर साल शिक्षा के महत्व को रेखांकित करने का अवसर बन गया है।
मौलाना आज़ाद ने अपने 11 वर्षों के कार्यकाल में IIT खड़गपुर, UGC और विभिन्न कला अकादमियों की स्थापना की। उनका मानना था कि शिक्षा सभी के लिए सुलभ होनी चाहिए, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या वर्ग से संबंध रखता हो। उनकी यह सोच आज भी प्रासंगिक है।
यह क्विज (National Education Day Quiz) विशेष रूप से प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए डिज़ाइन की गई है। प्रत्येक प्रश्न के साथ विस्तृत व्याख्या दी गई है जो आपकी समझ को गहरा करेगी और तथ्यों को लंबे समय तक याद रखने में मदद करेगी।
National Education Day Quiz in Hindi – राष्ट्रीय शिक्षा दिवस क्विज
1. राष्ट्रीय शिक्षा दिवस कब मनाया जाता है?
Explanation: भारत में प्रतिवर्ष 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 2008 में इस दिवस की घोषणा की थी। मौलाना आज़ाद ने भारतीय शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी सुधार किए और शिक्षा को सर्वसुलभ बनाने का प्रयास किया।
2. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद कितने वर्षों तक भारत के शिक्षा मंत्री रहे?
Explanation: मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने 1947 से 1958 तक लगभग 11 वर्षों तक भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। इस अवधि में उन्होंने भारतीय शिक्षा व्यवस्था की नींव रखी और उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके कार्यकाल में IIT और UGC जैसी संस्थाओं की स्थापना हुई जो आज भी शिक्षा के स्तंभ हैं।
3. मौलाना आज़ाद का जन्म किस वर्ष हुआ था?
Explanation: मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जन्म 11 नवंबर 1888 को मक्का, सऊदी अरब में हुआ था। उनके पिता मौलाना खैरुद्दीन एक प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान थे। आज़ाद बचपन में ही भारत आ गए और यहीं उनकी शिक्षा-दीक्षा हुई। वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान और शिक्षाविद थे जिन्होंने राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान दिया।
4. भारत में UGC (University Grants Commission) की स्थापना किस वर्ष हुई?
Explanation: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की स्थापना 1956 में संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। मौलाना आज़ाद ने इसकी स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाई क्योंकि वे उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और मानकीकरण के पक्षधर थे। UGC विश्वविद्यालयों को अनुदान प्रदान करता है और शिक्षा मानकों को नियंत्रित करता है, जिससे भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली मजबूत हुई है।
5. भारत का प्रथम IIT (Indian Institute of Technology) कहाँ स्थापित किया गया?
Explanation: भारत का प्रथम IIT 1951 में खड़गपुर, पश्चिम बंगाल में स्थापित किया गया था। मौलाना आज़ाद ने तकनीकी शिक्षा के महत्व को समझते हुए IIT की स्थापना को प्रोत्साहित किया। यह संस्थान भारत के औद्योगिक और तकनीकी विकास में महत्वपूर्ण रहा है। आज IIT विश्वभर में उत्कृष्टता के लिए जाने जाते हैं और भारतीय शिक्षा का गौरव हैं।
6. मौलाना आज़ाद को भारत रत्न से कब सम्मानित किया गया?
Explanation: मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को मरणोपरांत 1992 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान, स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी और राष्ट्र निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए दिया गया। उनकी दूरदर्शिता और समर्पण आज भी प्रेरणा का स्रोत है।
7. मौलाना आज़ाद की मृत्यु कब हुई थी?
Explanation: मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का निधन 22 फरवरी 1958 को नई दिल्ली में हुआ था। उनकी मृत्यु के समय वे भारत के शिक्षा मंत्री के पद पर कार्यरत थे। उनकी समाधि दिल्ली के जामा मस्जिद के पास स्थित है जो आज भी श्रद्धांजलि का केंद्र बनी हुई है। उनकी विरासत भारतीय शिक्षा व्यवस्था में आज भी जीवित है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
8. मौलाना आज़ाद द्वारा प्रकाशित प्रसिद्ध उर्दू पत्रिका का नाम क्या था?
Explanation: मौलाना आज़ाद ने 1912 में अल-हिलाल नामक उर्दू साप्ताहिक पत्रिका की स्थापना की थी। यह पत्रिका स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राष्ट्रीय चेतना जागृत करने का प्रमुख माध्यम बनी। ब्रिटिश सरकार ने 1914 में इसे प्रतिबंधित कर दिया। इसके बाद उन्होंने अल-बलाग पत्रिका भी शुरू की जो राजनीतिक जागरूकता फैलाने में सहायक रही। [Source: testbook.com]
9. राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
Explanation: राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का मुख्य उद्देश्य देश में शिक्षा के महत्व को रेखांकित करना और मौलाना आज़ाद के योगदान को याद करना है। यह दिन शिक्षकों, विद्यार्थियों और नीति निर्माताओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जो शिक्षा प्रणाली में सुधार पर केंद्रित होते हैं।
10. मौलाना आज़ाद की आत्मकथा का नाम क्या है?
Explanation: मौलाना आज़ाद की प्रसिद्ध आत्मकथा का नाम “इंडिया विन्स फ्रीडम” है जो अंग्रेजी में लिखी गई थी। इस पुस्तक में उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम, विभाजन और स्वतंत्रता के बाद की राजनीतिक परिस्थितियों का विस्तृत वर्णन किया है। यह पुस्तक भारतीय इतिहास को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ मानी जाती है और शोधकर्ताओं के लिए अमूल्य संसाधन है।
क्विज रिजल्ट
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राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025 केवल एक औपचारिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमें शिक्षा के मूल्यों और उसकी शक्ति की याद दिलाता है। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने जो सपना देखा था – एक शिक्षित, समृद्ध और एकजुट भारत का – वह आज भी हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
इस क्विज में प्रस्तुत 10 प्रश्नों के माध्यम से हमने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के विभिन्न पहलुओं को छुआ है। इन प्रश्नों में मौलाना आज़ाद के जीवन, उनके योगदान, भारतीय शिक्षा व्यवस्था में उनकी भूमिका और राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के इतिहास से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य शामिल हैं। यह जानकारी न केवल प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी है, बल्कि एक जागरूक नागरिक के रूप में हमारी जिम्मेदारी भी है कि हम अपने राष्ट्र निर्माताओं के योगदान को जानें और उनका सम्मान करें।
SSC, UPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान खंड में राष्ट्रीय महत्व के दिवसों से संबंधित प्रश्न नियमित रूप से पूछे जाते हैं। 2008 में जब पहली बार राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया, तब से यह विषय परीक्षाओं में महत्वपूर्ण बन गया है। इस नेशनल एजूकेशन डे क्विज का अभ्यास करके आप न केवल अपनी तैयारी को मजबूत करेंगे बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाएंगे।
मौलाना आज़ाद का जीवन हमें सिखाता है कि शिक्षा केवल डिग्रियां हासिल करना नहीं है, बल्कि यह व्यक्तित्व निर्माण और समाज सेवा का माध्यम है। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समानता के मूल्यों को शिक्षा के केंद्र में रखा। आज जब हम 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनके विचार हमारा मार्गदर्शन करते हैं।
हमें उम्मीद है कि यह राष्ट्रीय शिक्षा दिवस क्विज आपकी परीक्षा की तैयारी में सहायक सिद्ध होगी। प्रत्येक प्रश्न की विस्तृत व्याख्या को ध्यान से पढ़ें और इन तथ्यों को अपनी नोट्स में शामिल करें। याद रखें कि सफलता के लिए नियमित अभ्यास और संशोधन आवश्यक है।
और अंत में, इस राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025 पर हम मौलाना आज़ाद को श्रद्धांजलि देते हैं और संकल्प लेते हैं कि हम शिक्षा को अपने जीवन में सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे। शिक्षा ही वह शक्ति है जो व्यक्ति और समाज दोनों का रूपांतरण कर सकती है। आइए हम सब मिलकर एक शिक्षित और जागरूक भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।
आपकी परीक्षा की तैयारी शुभ हो! इस क्विज (National Education Day Quiz in Hindi) को अपने दोस्तों और सहपाठियों के साथ साझा करें ताकि वे भी राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के महत्व को समझ सकें और अपनी तैयारी को बेहतर बना सकें।

